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Corruption In Health Care : स्वास्थ्य बिमा धारकों के नाम पर बीमा कंपनियों को लूट रहे हैं निजी अस्पताल

Corruption In Health Care दिल्ली। मरीज के अस्पताल में दाखिल होते ही सबसे पहले अस्पताल का स्टाफ मरीज के तीमारदारों से यह पता लगाता है कि क्या मरीज का स्वास्थ्य बिमा है ? यहीं से शुरू होता है घोटाले का खेल !
अगर मरीज के तीमारदार ने यह बता दिया कि मरीज का स्वास्थ्य बिमा है तो यह सूचना तत्काल हॉस्पिटल के मार्केटिंग विभाग को भेजी जाती है और मार्केटिंग विभाग मरीज के बिमा कार्ड को लेकर उसकी बिमा राशि का पता लगाता है और जब उसे मरीज के स्वास्थ्य बीमा का पता चल जाता है तो हॉस्पिटल बिमा की पूरी राशि चाटने के हिसाब से मरीज की जाँच और फर्जी बीमारी और दवाईयों की लिस्ट तैयार करता है। मरीज को तत्काल आईसीयू में भेजा जाता है जबकि ज़्यादातर मामलों में मरीजों को आईसीयू की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन स्वास्थ्य बिमा धारकों के बिमा का पैसा लूटने के लिए हॉस्पिटल यह खेल खेलता है।

Corruption In Health Care इस बीमा लूट के खेल में हॉस्पिटल, ज़िले का सीएमओ कार्यालय और बिमा कंपनियों का वह कर्मचारी जो हॉस्पिटलों में जा कर भर्ती मरीजों का निरीक्षण करते हैं सब शामिल होते हैं। ज़्यादातर लोगों को यह पता ही नहीं होता है कि डॉक्टर कौन सी दवा, किस बीमारी के लिए लिख रहा है और कौन सा चेकअप लिखा है, इसी का फायदा उठा हॉस्पिटल के लुटेरे सामान्य बीमारी में लाखों का बिल बना कर बिमा कंपनियों से वसूल लेते हैं। चूँकि इलाज का पैसा बिमा कम्पनी देती है इसलिए मरीज या मरीज के तीमारदार भी उस तरफ यह ध्यान नहीं देते हैं कि बिला जायज बना है या नाजायज।

Corruption In Health Care स्वास्थ्य बिमा के लुटेरों का नेटवर्क इतना बड़ा है कि यह लोग सालाना अनुमानित एक लाख करोड़ रूपये का बिमा कंपनियों को चूना लगा रहे हैं लेकिन सरकार का ध्यान इस तरफ नहीं है, इसका कारण स्पष्ट है कि सरकार के लोगों को भी हिस्सा मिल रहा है। केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना के कार्ड धारकों को गांव में जिला स्वास्थ्य विभाग के साथ मिल कर लूट रहे हैं निजी अस्पताल और जिला अधिकारी निजी अस्पतालों के साथ मिल कर उनका प्रमोशन कर रहे हैं। आयुष्मान स्वास्थ्य बिमा के प्रचार और प्रसार के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है इसी लिए जनजागरूकता मेले का आयोजन निजी अस्पतालों द्वारा करवाया जा रहा है और निजी अस्पतालों के संचालक और स्टाफ डीएम के साथ फोटो खिंचवा कर जनता को विश्वास में लेकर ठगी कर रहे हैं। For any Quary : unitedindialive5@gmail.com


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