Ateeq Murder : दिल्ली। प्रयागराज कोर्ट में पेशी के लिए ले आये गए अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस की सुरक्षा में गोली मार कर हत्या कर दी गयी। शनिवार को रात्रि के लगभग 10 : 30 बजे अतीक अहमद को उस समय गोली मारी गयी जब पुलिस अदालत में पेशी के बाद मेडिकल चेकअप के लिए प्रयागराज मेडिकल कॉलेज ले कर जाया गया जहाँ मीडिया से वार्ता के दौरान कैमरे के सामने और पुलिस की मौजूदगी में हत्यारों ने अतीक अहमद की कनपटी पर सत्ता कर गोली मार दिया।PMO NEWS : प्रधानमंत्री मोदी 12 अप्रैल को राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे
Ateeq Murder : पूरी घटना कैमरे में कैद हो गयी है। कैमरे में जहाँ हत्यारों को अतीक़ अहमद Ateeq Ahmad को गोली मारते देखा जा सकता है वहीं पुलिस की लापरवाही भी साफ़ दिखाई दे रही है। जिस समय हत्यारे अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर गोलिया बरसा रहे थे उस समय हत्यारों को गोली मारने के बजाए पुलिस तमाशबीन बनी रही। पुलिस की जवाबी फायरिंग नहीं करना और अतीक़ अहमद को मरने के लिए छोड़ देना पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है।Noida News : जनता की आवाज़ को दबा रही है मोदी सरकार – पुरुषोत्तम नागर
पुलिस और शासन भी हो सकती मिलीभगत
Ateeq Murder : अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद जिस तरह से सोशल मीडिया पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह का ब्यान आया है उससे ऐसा प्रतीत होता है कि यह सब राजनैतिक लाभ के लिए शासन और पुलिस की योजनाबद्ध कार्रवाई का नतीजा हो सकता है। जब से अतीक अहमद को गुजरात से प्रयागराज ले आया गया था तब लगातार मीडिया के कुछ चैनल और भाजपा के नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर इस तरह के पोस्ट किये जाते रहे हैं कि अतीक अहमद की हत्या होगी, और हत्या के बाद उसका समर्थन करना इसकी पुष्टि करता है। Delhi News Update : यह अडानी है कौन जिसके नाम से केंद्र की सरकार डर रही है ? – प्रियंका गाँधी
कौन हैं हत्यारे ?
Ateeq Murder : प्रयागराज पुलिस के अनुसार पूछताछ में मिली जानकारी के अनुसार अतीक अहमद और अशरफ़ Ateeq Ahmad and Ashraf की हत्या करने वाले हत्यारों का नाम लवलेश तिवारी बांदा, अरुण मौर्य, हमीरपुर और तीसरा सनी, कासगंज का बताया जा रहा है। तीनों हत्यारे फर्जी मीडिया कर्मी बन कर हत्या करने पहुंचे थे। इनके पीछे किसका हाथ है इस विषय में पुलिस को अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। पुलिस हत्यारों से पूछताछ कर रही है।
यूपी में गुंडाराज
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद से सोशल मीडिया के माध्यम से देश राजनैतिक दलों द्वारा यूपी की क़ानून व्यवस्था पर लगातार सवाल उठाये जा रहे हैं। एएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया कि
अतीक़ और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे। उन पर हथकड़ियाँ लगी हुई थीं। JSR के नारे भी लगाये गये। दोनों की हत्या योगी के क़ानून व्यवस्था की नाकामी है। एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के ज़िम्मेदार हैं: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
बसपा सुप्रीमों मायावती ने आज सुबह ट्वीट किया कि —
गुजरात जेल से अतीक अहमद व बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकाण्ड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।
देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिन्तनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वंय ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर। वैसे भी उत्तर प्रदेश में ’’कानून द्वारा कानून के राज’’ के बजाय, अब इसका इण्काउण्टर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि –
उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसीकी हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।
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