Azamgarh News: संदिग्ध परिस्थितियों में मिली युवक की लाश, पुलिस पर एफआईआर नहीं लिखने का आरोप
Azamgarh News: आजमगढ़। संदिग्ध परिस्थितियों में युवक की मौत की खबर से क्षेत्र में सनसनी है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि प्रथदृष्ट्या हत्या का मामला लग रहा है लेकिन अभी तक पुलिस ने पीड़ित पक्ष शिकायतनहीं लिया है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस हत्यारों से मिली हुई है, इस लिए हमारी शिकायत नहीं लिखी जा रही है।
Azamgarh News: गौरतलब है कि ज़िले के ग्राम खुन्दनपुर थाना मेंहनगर निवासी दीपक कुमार की संदिग्ध अवस्था में लाश मिली है। लड़का 16 -09 -23 को घर से ग़ायब था 17 -9 -23 को सुबह मिली लाश। पीड़ित परिवार का कहना है कि १६ सितंबर को दीपक घर से ठीक ठाक निकला था और फोन पर कई बार दिन में बात भी हुई लेकिन शाम को फोन बंद हो गया और दीपक रात को घर नहीं आया। देर रात तक घर नहीं लौटने से परेशान परिवार वालों अपने रिश्तेदारों और दीपक के दोस्तों के पास जा कर एवं लोगों को टेलीफोन के माध्यम से जानकारी लिया लेकिन कहीं दीपक का पता नहीं चला।

Azamgarh News: १७ सितंबर २०२३ को सुबह ग्रामीणों ने गांव के बाहर दीपक लाश देखा तो गांव में हड़कंप मच गया। दीपक परिवार का एकलौता बेटा था, उसकी मौत की खबर से परिवार में मातम छा गया। चारों तरफ चीख पुकार मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुँच कर लाश को कब्जे में ले कर, पंचनामा किया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया लेकिन मामले की जाँच करना आवश्यक नहीं समझा। जबकि परिवार बार बार आरोप लगा रहा है कि मेरे बेटे की हत्या हुई लेकिन पुलिस मामले को आत्महत्या बता रही है।

अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार सुरक्षा परिषद मदद के लिए आया आगे
Azamgarh News: अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार सुरक्षा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष लालबहादुर त्यागी ने मामले को संज्ञान में आते ही कार्यवाही शुरू कर दिया है। आज लालबहादुर त्यागी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात किया और उनेह ले कर ज़िले वरिष्ठ अधिकारीयों से मुलाकात करके मामले की जाँच करवाने एवं हत्यारे को जल्द से जल्द आवश्यक कार्रवाई करने के लिए आग्रह किया। लालबहादुर त्यागी ने आज ज़िले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारीयों को एक ज्ञापन दिया जिसमें पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाने एवं आरोपियों को गिरफ्तार के लिए कहा गया है। त्यागी ने मीडिया को बताया कि अगर १५ दिनों के अंदर पुलिस एफआईआर लिख कर मामले की जाँच शुरू नहीं करती है तो अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार सुरक्षा परिषद जिला मुख्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करने के लिए विवश होगा।












