जब आप के अंदर कुछ करने का जूनून और जज़्बा होगा तो आप को अपनी मंज़िल तक पहुँचने से कोई रोक नहीं सकता है। यह चंद लाईने प्रतापगढ़ के जावेद सिद्दीकी के जीवन पर बिलकुल सटीक बैठती है।
Partapgarh News: प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के जिला प्रतापगढ़ निवासी जावेद सिद्दीक़ी मनिहार बिरादरी से ताल्लुक रखते हैं। अपने परिवार की परवरिश के लिए प्रतापगढ़ बस स्टैंड के पास एक किराने की दूकान चलाते हैं, दूकान से जो समय बचता है उस समय को किसी फालतू के कार्य में खर्च नहीं करके अपनी बिरादरी के विकास और बेहतरी के लिए कार्य करते हैं। उनसे बात करके इस बात का अहसास हुआ कि उनके अंदर समाज सेवा का जज़्बा कूट कूट कर भरा हुआ है और उनको अपनी मंज़िल तक पहुँचने से कोई रोक नहीं सकता है।
Partapgarh News: जावेद ने बातचीत में बताया की हमारे समाज में शिक्षा का आभाव है जिसके कारण बिरादरी के ज़्यादातर लोग समाज की मुख्यधारा से कटे हुए कमाने और खाने में मस्त है। उन्होंने कहा कि समाज में ज्यादातर लोग अपनी पहचान भी छिपा कर रहते हैं जिसके कारण रिश्ता करने में बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। जो लोग पढ़ लिख कर आगे निकल गए हैं वह अपने ही समाज को भूल गए हैं और अब अपना सर नेम बदल कर रह रहे हैं। नौजवानों को अपना इतिहास नहीं पता है इसलिए वह अपना सर नेम बदल रहे हैं। एक बहादुर व्यापारी कौम स्वयं अपने आपको अपनी नज़रों में गिरा कर अपना इतिहास मिटने पर लगी है। कहते हैं कि मुझे मनिहार या चुड़िहार लिखने और बताने पर गर्व होता है।

मनिहार बिरादरी को एकजुट करने का संकल्प
Partapgarh News: जावेद सिद्दीकी ने अपने समाज को उनकी पहचान दिलवाने और समाज को एकजुट करने का संकल्प ले लिया है। उनका कहना है कि जब हम एक दूसरे को जानेंगे, पहचानेंगे तो उससे नजदीकियां बढ़ेंगी और हम आपस में रिश्ता कायम करेंगें और एक दूसरे के दुःख और सुख में शामिल होंगें। आज के इस युग में जब हमारे पास आपस में जुड़ने के तकनीकी साधन उपलब्ध हैं तो हम लोग क्यों न इसका फायदा उठायें और शिक्षित एवं एक सुसंगठित समाज बनाएं।
मजलूमों की मदद करते हैं
जावेद सिद्दीकी को जहाँ भी किसी बेसहारा या मजलूम के दर्दमंद होने की जानकारी मिलती है, आप तत्काल अपना कारोबार छोड़ कर उसकी सहायता के निकल पड़ते हैं। मरीजों, बीमारों की सहायता के लिए लोगों का आर्थिक सहयोग भी करते हैं। कई मामलों में उन्होंने मासूम बीमार बच्चों की सहायता किया और अभी भी बड़ी सिद्द्त से अपनी समाज सेवा को अंजाम दे रहे हैं।
रिश्ते के लिए लिए बनाया व्हाट्सएप्प ग्रुप
जावेद सिद्दीक़ी आज के इस आधुनिक युग का फायदा उठाते हुए तकनिकी संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं। समाज की सबसे बड़ी समस्या जोकि युवाओं के रिश्ते की समस्या होती है, उसके समाधान और लोगों को जोड़ने के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप बना कर लोगों को जोड़ रहे हैं और बिरादरी के घरों में खुशियां बिखेर रहे हैं। अपना रोजाना का कार्य खत्म करके सबसे पहले व्हाट्सप्प चेक करना और सबके बायोडाटा को सुरक्षित तरिके से पोस्ट करना भी उनके सामने एक टास्क होता है, अकेले यह कार्य बहुत मुश्किल है फिर भी बखूबी अंजाम दे रहे हैं। लगभग चार साल से जावेद सिद्दीकी ग्रुप के माध्यम से यूपी, बिहार, बंगाल, दिल्ली और महारष्ट्र के बिरादरियों को जोड़ कर रिश्ता ढूंढने में सहूलियत पहुंचा रहे हैं।
बिधवा और बुजुर्गों को जीवन साथी ढूंढने का आधार
जावेद सिद्दीकी का मनिहार रिश्ता ग्रुप में सिर्फ नौजवानों के लिए नहीं बल्कि विधवा, तलाकशुदा और बुजुर्गों को अपना जीवन साथी ढूंढने का बहुत बड़ा कारगर साधन साबित हो रहा है। जहाँ विधवा बेटियां और बुजुर्ग जिनका जीवन साथी अब दुनियां में नहीं है वह लोग अकेले, निराश और उदास जीवन जी रहे थे अब जावेद सिद्दीकी के ग्रुप के माध्यम से अपना जीवन साथी पा कर ख़ुशी ख़ुशी जीवन का आनंद ले रहे है।
आगे की क्या है योजना ?
जावेद सिद्दीकी ने मीडिया को बताया कि समाज सेवा का यह सिलसिला जारी रहेगा और लोगों के सहयोग से गरीब और बेसहारा बेटियों का सामूहिक विवाह करने की एक बड़ी योजना है। जिसके लिए योजना पर कार्य चल रहा है। इसके लिए उन्होंने समाज के विद्वान और दानिशमंद लोगों से राय मशविरा लेना शुरू कर दिया है। इस कार्य के लिए जावेद किसी से कोई फीस नहीं लेते हैं और न ही कोई सरकारी सहायता मिलती है। इन सब कार्यों का असर उनके व्यवसाय पर ज़रूर दिखाई दिया है लेकिन फिर भी उनके हौसले बुलंद है। उन्होंने कहा कि अल्लाह सबका मालिक है, और रिज्क देना उसी के हाथ में है, मैं काम जारी रखूंगा बाकि जो होना होगा वह अल्लाह की मर्जी है।
समाज के कुछ लोग बन रहे हैं रुकावट
जावेद सिद्दीकी के इस नेक काम में उनके अपने समाज के लोग लगातार उनको डराने और रोकने का कार्य कर रहे हैं लेकिन बड़ी निडरता के साथ अपनी मंज़िल को पाने की ज़िद के साथ यह ईमानदार और बहादुर समाज सेवी अपने मकसद में लगा हुआ कामयाबी की तरफ बढ़ रहा है। मनिहार बिरादरी के लोग जावेद सिद्दीकी के इस कार्य की सराहना कर रहे हैं और आगे बढ़ने की दुआओं से नवाज रहे हैं। मनिहार बिरादरी के कुछ लोगों से मीडिया ने बात किया तो उन्होंने कहा कि जावेद बहुत नेक कार्य कर रहे हैं, इसके लिए हम लोग जब भी वह आवाज़ देंगें उनकी आर्थिक सहायता भी करने के लिए तैयार हैं और समाज के लोगों को भी इस नेक कार्य को और बड़े स्तर पर करने के लिए आगे आना चाहिए।
जावेद सिद्दीकी के सुन्नत -ए -निकाह के व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए इस नंबर से सम्पर्क करें -70816 67335
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