MCD Election 2022 पूर्वी दिल्ली। चुनाव के समय बड़े बड़े वादे और लच्छेदार भाषण सुन सुन कर जनता अब ऊब चुकी है। नेताओं के ऊपर से जनता का विश्वास उठ चुका है। कोंडली विधान सभा की जनता में नेताओ के प्रति भारी आक्रोश है। लोंगों का कहना है कि 5 साल में नेता सिर्फ चुनाव के समय दिखाई देता है और चुनाव जितने के बाद अपनी तिजोरी भरने में व्यस्त हो जाता है।
पीने का साफ पानी भी कोंडली वालों को मयस्सर नहीं होता
MCD Election 2022 समस्याओं से रोज रूबरू हो रहे कोंडली विधानसभा के निवासियों को आएदिन समस्याओं से रूबरू होना पड़ता है, क्योंकि दिल्ली सरकार ने दिल्ली की बड़ी बड़ी परियोजना को कोंडली विधानसभा में ही शुरू किया है।
कूड़े का सबसे बड़ा पहाड़, सीवर ट्रीटमेंट प्लांट और गन्दा नाला सब कोंडली विधानसभा के निवासियों के जीवन को दीमक की तरह से धीरे धीरे खा रहे हैं। आज़ादी के बाद से देशभर में भले ही क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ हो, गांव गांव बिजली और पानी पहुंच गया हो लेकिन भारत की राजधानी दिल्ली के पूर्वी छोर पर बसी कोंडली विधानसभा के राजवीर कालोनी, सपेरा बस्ती, कोंडली कालोनी, और कल्याणपुरी की झुग्गियों के निवासियों को साफ पीने का पानी मयस्सर नही हो रहा है। यहां के लोग टीबी, दमा, कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों से जूझ रहे हैं सरकार, विभाग और नेताओं को तनिक भी शर्म नही आती है।
साल का करोड़ों रुपये की अवैध वसूली करती है पुलिस, डीडीए और एमसीडी
MCD Election 2022 कोंडली विधानसभा के लोग भले ही सुविधाओं के अभाव में जीवन यापन कर रहे हों लेकिन यहां से पुलिस, पार्षद, विधायक, डीडीए और निगम हर साल करोड़ों की अवैध उगाही करता है। कोंडली विधानसभा में अवैध निर्माण, अवैध पार्किंग, रेहड़ी, पटरी, जुआ, सट्टा, नशे का कारोबार और साप्ताहिक बाजारों से पुलिस, पार्षद, विधायक और निगम के करोड़ों की सालाना अवैध उगाही कर रहे हैं। अवैध कमाई ज़्यादा होने के कारण चुनाव के समय कोंडली विधानसभा के चारों वार्डों पर उम्मीदवार दोनों हाथों से पैसा लुटाता है और चुनाव जीतने के बाद फिर दोनों हाथों से बटोरता है।
भ्र्ष्टाचार के इस खेल में नीचे से ऊपर तक सभी महकमा डूबा हुआ है इस लिये किसी को किसी का डर नही है।
कूड़े के पहाड़ पर वर्षों से होती रही है सियासत
MCD Election 2022 कोंडली विधानसभा में आने वाला दिल्ली का सबसे बड़ा कूड़े का पहाड़ यहां के निवासियों के माथे पर एक बदनुमा धब्बा भले ही है लेकिन नेताओं और अधिकारियों के लिये किसी खजाने से कम नही है। नेता वर्षों से जहाँ कूड़े के पहाड़ को हटाने के नाम पर जनता को ठग रहे हैं वहीं इसी कूड़े के पहाड़ को हटाने के नाम पर नेता और अधिकारी अब तक हजारों करोड़ रुपया डकार चुके हैं। हिस्सा सबको मिलता है इस लिये आज किसी अधिकारी या नेता की जांच नही हुई।
जनता नेताओं और अधिकारियों के इस खेल को अब समझ रही है इस लिये इस 2022 के निगम के चुनाव में ठग्गू नेताओं को जनता ने सबक सिखाने की ठान लिया है। लोंगों का कहना है कि अभी तक हम ठगाते रहे हैं इस लिए इस बार सोच समझ कर निर्णय लेना है।
रिपोर्ट : केडी सिद्दीकी @unitedindialive5@gmail.com
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