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kondli vidhansabha: आम आदमी पार्टी से प्रियंका गौतम सबसे मज़बूत दावेदार

kondli vidhansabha: कोंडली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गयी हैं। नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दिया है। जगह जगह पोस्टर और बैनर लगा कर एक दूसरे पर कटाक्ष किये जा रहे हैं। नेताओं ने गुटबाजी शुरू कर दिया है। अभी चुनाव की घोषणा नहीं हुई है लेकिन लोग पोस्टर और होर्डिंग लगा कर लोग अपनी अपनी दावेदारी ठोंक रह है। हर कोई पार्टी दफ्तर में अपने अपने खेमे के साथ अपनी ताक़त दिखाने का प्रयास कर रहा है।

kondli vidhansabha: कांग्रेस पार्टी और भाजपा से अभी तक कोई चेहरा खुल कर सामने नहीं आया है लेकिन आम आदमी पार्टी की घड़ोली वार्ड की पार्षद प्रियंका गौतम ने अपनी दावेदारी पेश कर दिया है। प्रियंका गौतम ने सोशल मीडिया पर एक पोस्टर अपलोड करके अपनी दावेदारी पेश कर के सिर्फ विपक्ष ही नहीं बल्कि अपनी पार्टी के भी कुछ नेताओं की नींद उड़ा दिया है। प्रियंका गौतम की लोकप्रियता से कोंडली के दावेदारों को अपना सपना विखरते नज़र आ रहा है, इस लिए उन्होंने अंदुरुनी पैरवी करने के लिए पूरी ताक़त लगा रहे है।

kondli vidhansabha: वकालत की पढ़ाई करके राजनीती में आयीं प्रियंका गौतम इससे पहले बसपा से कोंडली वार्ड की पार्षद थीं, पार्टी की अनदेखी के कारण उन्होंने पार्टी बदल कर आम आदमी पार्टी की सदस्य्ता ग्रहण किया और निगम चुनाव जीत कर घड़ोली वार्ड की मौजूदा पार्षद बनी है। मिलनसार, तेजतर्रार वक्ता और सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने वाली प्रियंका गौतम को हर समाज के लोग पसंद करते हैं। वह राजनीती से ऊपर उठ कर सर्व समाज के साथ कंधे से कंधा मिला कर सबके सुख और दुःख में खड़ी रहने वाली नेता हैं, इसी लिए खासतौर से कोंडली विधानसभा के लोग अपनी बहन और बेटी की तरह से उनको प्यार करते हैं।

kondli vidhansabha: आम आदमी पार्टी की सदस्य्ता ग्रहण करने के बाद से ही पार्टी के अंदर कोंडली सीट पर कुंडली मार कर बैठे लोगों की बेचैनी बढ़ गयी थी और अब उन्हीं लोगों के पेट में दर्द शुरू हो गया है, क्योंकि प्रियंका गौतम को कोंडली का बच्चा -बच्चा अपना नेता मानता है और उनेह लोग देखना भी गवारा नहीं करते हैं।

कोंडली की यही पुकार, प्रियंका गौतम अबकी बार
युवा, निडर, निर्भीक, कर्मठ और बेबाक़ नेता प्रियंका गौतम को कोंडली की जनता इस लिए अपने विधायक के रूप में देखना चाहती है क्योंकि वह अपने अधिकारों के लिए लड़ना जानती हैं। घर घर जा कर लोगों की समस्याओं को सुनना और उसका समाधान करना उनकी फितरत है। कामचोर अधिकारीयों और कर्मचारियों की क्लास लेने वाली और क्षेत्रवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए सामने आ कर लड़ने वाली युवा क्रन्तिकारी प्रियंका गौतम को क्षेत्र लोग “शेरनी” के नाम से पुकारते हैं।
यही कारण है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव शुरू होने से पहले ही क्षेत्र की जनता के बीच यह आवाज़ उठने लग गयी है कि “अबकी बार प्रियंका गौतम” !

अपने अधिकारों के लिए दिल्ली के सीएम शीला दीक्षित के मंच पर चढ़ी
kondli vidhansabha: वर्ष 2013 में प्रियंका गौतम बसपा से कोंडली विधानसभा की पार्षद थीं, कोंडली के कम्युनिटी सेंटर का उद्घाटन हो रहा था, दिल्ली की सीएम शीला दीक्षित मुख्य अतिथि थीं। सीएम के मंच पर क्षेत्रीय पार्षद की कुर्सी नहीं लगाई गयी थी, और न ही प्रियंका गौतम को आमंत्रित किया गया था। यह बिलकुल ग़लत हो रहा था कि जिस वार्ड में कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है उसी वार्ड की पार्षद को अनदेखा किया जा रहा था। प्रियंका गौतम को इसका अहसास हुआ कि मेरे अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
कार्यक्रम शुरू हुआ और जैसे ही सीएम बोलने के लिए खड़ी हुई बहादुर और निर्भीक प्रियंका गौतम ने मंच पर चढ़ कर माइक अपने हाथ में ले लिया और सीएम से जनता के सामने सवाल किया कि “आप महिला अधिकारों की रक्षा की बात करती हैं और खुलेआम एक महिला पार्षद के अधिकारों का हनन कर रहीं हैं ” मै यहाँ की पार्षद हूँ और आप के मंच पर मेरी कुर्सी क्यों नहीं है?
kondli vidhansabha: इसके बाद ज़ोरदार हनमा हुआ, पुरे कार्यक्रम में खलबली मच गयी, वहां पर मौजूद देश के नेशनल न्यूज़ चैनल ने कवर किया और देखते ही देखते यह खबर पुरे देश में फ़ैल गयी, सब टीवी पर देखा और प्रियंका गौतम को पुरे भारत के लोग जान गए और उनकी बहादुरी की चरों तरफ खूब प्रसंशा हुई। वह बात अलग है कि यह गलती उन लोगों के द्वारा जानबूझ कर किया गया था जो प्रियंका गौतम के अंदर के राजनैतिक जूनून और जज़्बे को समझ रहे थे और डरे हुए थे, और जानते थे यह प्रियंका गौतम रुकने वाली नहीं है यह बहुत दूर तक जाएगी और भारत की राजनीती में अपना मकाम हासिल करके रुकेगी।

निकम्मे अधिकारीयों और कर्मचारियों से भिड़ना, डांट और फटकार लगाना, क्षेत्र में लोगों के घरों में उनके बीच बैठ कर चाय पीना, लोगों की हाल चाल लेना और सादगी भरा जीवन लोगों को खूब पसंद आ रहा है। इसी लिए जनता यह चाहती है कि अबकी बार विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी विधायक उम्मीदवार के लिए प्रियंका गौतम को टिकट दे।


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कमरुद्दीन सिद्दीकी को पत्रकारिता के क्षेत्र में 25 वर्षों का दीर्घ अनुभव प्राप्त है। वे स्नातक हैं और राजनीतिक व सामाजिक विषयों पर निर्भीक लेखन के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कट्टरपंथ, भ्रष्टाचार और अंधविश्वास के विरुद्ध आजीवन संघर्ष करने का संकल्प लिया है। वे अनेक सामाजिक संगठनों से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं और समाज में जागरूकता लाने के लिए निरंतर कार्यरत हैं।

 

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