Goa Tourism Rules 2025: गोवा में सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना और कूड़ा फैलाना महंगा पड़ेगा, जुर्माना ₹50,000 तक
Goa Tourism Rules 2025: (रिपोर्ट: संजीव मेहरा) गोवा अब केवल सुकून और मौज-मस्ती का ठिकाना नहीं, बल्कि अनुशासन और स्वच्छता का भी प्रतीक बनेगा। पर्यटन सीज़न से पहले, गोवा सरकार ने पर्यावरण संरक्षण और जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सख्त कदम उठाए हैं।
Goa Tourism Rules 2025: अब यदि कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीता हुआ या कूड़ा फैलाता हुआ पकड़ा गया, तो उस पर ₹5,000 से ₹50,000 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
शराब पीना अब ‘पब्लिक उपद्रव’
गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन काउंटे ने विधानसभा में ऐलान किया कि अब सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना ‘पब्लिक nuisance’ यानी सार्वजनिक उपद्रव माना जाएगा। उन्होंने कहा:
“टूटे शीशों और प्लास्टिक के कचरे से पर्यटकों को चोट लग रही है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि पर्यटक आनंद लें, लेकिन अनुशासन में रहें।”
कानून के तहत होगा सख्त क्रियान्वयन
Goa Tourism Rules 2025: यह नया जुर्माना गोवा पर्यटन व्यापार अधिनियम, 2001 और गोवा पर्यटन स्थल (संरक्षण और देखभाल) अधिनियम, 2001 के तहत लागू किया जाएगा। इससे पहले कई बार पर्यटन स्थलों पर गंदगी, प्लास्टिक, शराब की बोतलें और असामाजिक गतिविधियों की शिकायतें आई थीं।
शीशे की बोतलों पर डिपॉजिट योजना
सरकार शीशे की बोतलों पर डिपॉजिट सिस्टम लाने की भी तैयारी कर रही है। इसके तहत ग्राहक को बोतल लौटाने पर उसकी डिपॉजिट राशि वापस की जाएगी। यह योजना खासकर तटीय इलाकों में लागू हो सकती है जहां शीशे की बोतलें समुद्रतटों पर बिखरी मिलती हैं।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी दी सख्त चेतावनी
Goa Tourism Rules 2025: मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा कि सरकार तटीय क्षेत्रों में शराब की शीशे की बोतलों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की संभावनाएं भी तलाश रही है।
उन्होंने कहा:
“हम साफ-सुथरा, सुरक्षित और सस्टेनेबल टूरिज्म चाहते हैं — जो पर्यावरण की रक्षा करे और स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाए।”
तटों की सफाई के लिए बड़ा अभियान
Goa Tourism Rules 2025: राज्य सरकार ने 82.2 किमी की समुद्री तटरेखा की सफाई और देखभाल के लिए 525 कर्मचारियों की तैनाती की है। इसके अलावा स्वयं सहायता समूहों SHGs को भी इस अभियान में जोड़ा जा रहा है ताकि स्थानीय भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।
सूचना बोर्ड और पर्यटक जागरूकता
पर्यटकों को जागरूक करने के लिए सरकार जल्द ही अंग्रेजी और हिंदी में दिशा-निर्देशों वाले बोर्ड सार्वजनिक स्थलों पर लगाएगी। इससे पहले ही नियमों की जानकारी दी जाएगी ताकि पर्यटक अनजाने में नियम न तोड़ें।
गोवा सरकार का यह कदम न केवल राज्य की खूबसूरती और पर्यावरण को सुरक्षित रखने की दिशा में एक अहम पहल है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि पर्यटन का मतलब स्वच्छता, अनुशासन और सामूहिक ज़िम्मेदारी है। रिपोर्ट: संजीव मेहरा