nagpur violence: औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर प्रदर्शन के दौरान बवाल, कई वाहन जले, कर्फ्यू लागू
nagpur violence: नागपुर, 18 मार्च 2025 महाराष्ट्र के नागपुर शहर के महल इलाके में सोमवार रात भारी हिंसा भड़क उठी। हिंसा की वजह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन के दौरान फैली अफवाहें बताई जा रही हैं। इस दौरान दो गुटों के बीच झड़प हो गई, जिसने देखते ही देखते उग्र रूप ले लिया। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया, कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया।
nagpur violence: औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर प्रदर्शन के दौरान बवाल, कई वाहन जले, कर्फ्यू लागूस्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। हालात की गंभीरता को देखते हुए महल, कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर जैसे संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।
कैसे भड़की हिंसा?
nagpur violence: औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर प्रदर्शन के दौरान बवाल, कई वाहन जले, कर्फ्यू लागू, जानकारी के मुताबिक, कुछ हिंदू संगठनों द्वारा औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा था। यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन इसी दौरान सोशल मीडिया पर कुछ भड़काऊ मैसेज वायरल होने लगे, जिससे माहौल गर्म हो गया। अफवाहें फैलने लगीं कि एक विशेष समुदाय प्रदर्शन के खिलाफ विरोध कर रहा है और कुछ लोग प्रदर्शनकारियों पर हमला करने वाले हैं।
इन अफवाहों के चलते लोग सड़कों पर उतर आए और माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया। कुछ असामाजिक तत्वों ने भीड़ का फायदा उठाकर पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद हालात बिगड़ गए। कई गाड़ियों में आग लगा दी गई, और बाजारों में तोड़फोड़ की गई।
हिंसा के दौरान क्या-क्या हुआ?
- प्रदर्शन के दौरान भीड़ हिंसक हो गई और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
- चार से अधिक वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।
- कुछ दुकानों में लूटपाट और तोड़फोड़ की गई।
- पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे।
- 25 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया और 2 मुख्य संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।
- पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल के अनुसार, कई पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं।
पुलिस और प्रशासन का एक्शन
घटना के बाद नागपुर पुलिस ने हाई अलर्ट जारी कर दिया और इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
- महल, कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू किया गया।
- सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
- सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और पुलिस को उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने नागपुर के नागरिकों से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा,
नागरिकों से मेरी अपील है कि वे शांति बनाए रखें और कानून को अपने हाथ में न लें। जो भी हिंसा के पीछे जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अफवाहों पर भरोसा न करें और पुलिस प्रशासन का सहयोग करें।”
सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहें
पुलिस के अनुसार, सोशल मीडिया पर कई भड़काऊ मैसेज वायरल हो रहे थे, जिससे हिंसा भड़की। कुछ असामाजिक तत्वों ने जानबूझकर फर्जी वीडियो और अफवाहें फैलाकर माहौल को और बिगाड़ने की कोशिश की।
- पुलिस ने फेक न्यूज और अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
- नागपुर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें किसी तरह की भड़काऊ पोस्ट या वीडियो मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें**।
फिलहाल क्या स्थिति है?
- नागपुर के कई इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
- पुलिस के मुताबिक, स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन माहौल अभी भी तनावपूर्ण बना हुआ है।
- सुरक्षा के लिहाज से कर्फ्यू को अगले 24 घंटों तक लागू रखा जा सकता है।
- पुलिस ने लोगों से घर से बाहर न निकलने और अफवाहों से बचने की अपील की है।
प्रशासन ने नागरिकों से क्या अपील की?
- अफवाहों पर ध्यान न दें और सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही गलत जानकारी से बचें।
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें।
- शांति बनाए रखें और किसी भी तरह की हिंसा में शामिल न हों।
निष्कर्ष
नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर हुए प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा ने पूरे शहर में तनाव पैदा कर दिया है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए कड़ी कार्रवाई की है। अब तक 25 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है और कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर भी नजर रख रही है और किसी भी तरह की भ्रामक जानकारी को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है।