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Bihar Bihar Election 2025: मुस्लिम वोट किसके लिए बनेंगे निर्णायक

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Bihar Bihar Election 2025: बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मी चरम पर पहुँच चुकी है। सत्ता और विपक्ष, दोनों ही शिविरों में लगातार बैठकों, रैलियों और गठबंधन की कवायदों का दौर जारी है। ऐसे में सबसे अहम सवाल यह है कि राज्य की राजनीति में मुस्लिम वोट किस दिशा में जाएंगे। यह सवाल इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि बिहार की चुनावी बिसात पर मुस्लिम मतदाता हर बार निर्णायक भूमिका निभाते आए हैं।

Bihar Bihar Election 2025: नीतीश सरकार द्वारा 2022 में कराए गए सर्वे के मुताबिक, बिहार की आबादी में मुस्लिम समुदाय का हिस्सा 17.7 प्रतिशत है। 2011 की जनगणना में यह आँकड़ा 16.9 प्रतिशत था। यानी राज्य में मुस्लिम समाज की जनसंख्या में समय के साथ इज़ाफ़ा हुआ है। बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों में से लगभग 87 सीटें ऐसी हैं जहाँ मुस्लिम आबादी का प्रतिशत 20 से अधिक है, जबकि 47 सीटें ऐसी हैं जहाँ मुस्लिम वोट 15 से 20 प्रतिशत के बीच हैं। साफ है कि बिहार की राजनीति में मुस्लिम वोट बैंक की अनदेखी कोई भी दल नहीं कर सकता। Bihar Assembly Election 2025: “मुस्लिम वोट बैंक: ताकत, चुनौती और संभावनाएं”

Bihar Bihar Election 2025: सीमांचल का इलाका मुस्लिम आबादी का सबसे बड़ा गढ़ माना जाता है। अररिया, कटिहार, किशनगंज और पूर्णिया इन चार जिलों में मुस्लिम जनसंख्या का अनुपात सबसे अधिक है। किशनगंज में तो यह आँकड़ा 68 प्रतिशत तक पहुँचता है, कटिहार में 44 प्रतिशत, अररिया में 43 प्रतिशत और पूर्णिया में 38 प्रतिशत। इन चार जिलों की कुल 24 विधानसभा सीटें मुस्लिम समाज के राजनीतिक रुझान को स्पष्ट रूप से तय करती हैं।

Bihar Bihar Election 2025: अब बड़ा सवाल यह है कि इन वोटों पर किसकी पकड़ सबसे मज़बूत है। ऐतिहासिक तौर पर देखा जाए तो राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को मुस्लिम समाज का सबसे बड़ा समर्थन मिलता रहा है। लालू प्रसाद यादव ने मुस्लिम-यादव यानी एम-वाई समीकरण के सहारे लंबे समय तक बिहार की राजनीति पर अपना दबदबा बनाए रखा। नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड को भी कुछ हद तक मुस्लिम समर्थन मिलता रहा है, लेकिन यह समर्थन कभी पाँच से दस प्रतिशत से अधिक नहीं रहा।

Bihar Bihar Election 2025: हालाँकि, राजनीति की दिशा गठबंधनों से बदलती रहती है। 2014 के लोकसभा चुनाव में जब जेडीयू ने वामपंथी दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ा, तो उसे 23.5 प्रतिशत मुस्लिम वोट मिले। लेकिन 2019 और 2024 में जब नीतीश कुमार भाजपा के साथ एनडीए में रहे, तो मुस्लिम वोटों का हिस्सा घटकर क्रमशः छह और बारह प्रतिशत पर सिमट गया।

Bihar Bihar Election 2025: 2015 का बिहार विधानसभा चुनाव मुस्लिम वोट बैंक के लिहाज से ऐतिहासिक माना जाता है। उस वक्त नीतीश कुमार और लालू यादव ने हाथ मिलाया था और महागठबंधन बनाया था। इस गठबंधन को लगभग 80 प्रतिशत मुस्लिम वोट हासिल हुए थे। लेकिन 2020 में जब नीतीश कुमार ने भाजपा का साथ लिया, तो उन्हें महज़ पाँच प्रतिशत मुस्लिम वोट मिले, जबकि राजद गठबंधन के खाते में 76 प्रतिशत मुस्लिम वोट चले गए।

Bihar Bihar Election 2025: लोकसभा चुनावों में भी यही रुझान साफ दिखा। 2019 में राजद-कांग्रेस गठबंधन को 80 प्रतिशत मुस्लिम वोट मिले, वहीं 2024 में यह आँकड़ा और बढ़कर 87 प्रतिशत हो गया। यह तथ्य साफ इशारा करता है कि बिहार के मुस्लिम मतदाता भाजपा और उसके सहयोगियों की तुलना में राजद और कांग्रेस को अधिक भरोसेमंद मानते हैं।

आगामी चुनाव को लेकर सियासी हलकों में यह चर्चा तेज है कि क्या मुस्लिम वोट एक बार फिर बड़े पैमाने पर महागठबंधन के पास ही रहेंगे या फिर नीतीश कुमार अपनी सामाजिक इंजीनियरिंग और राजनीतिक अनुभव के दम पर इस वोट बैंक में सेंध लगाने में सफल होंगे। भाजपा के लिए यह चुनौती और भी कठिन है क्योंकि पारंपरिक रूप से मुस्लिम समाज का वोट उसे नहीं मिलता।

दरअसल, बिहार में मुस्लिम मतदाता केवल धार्मिक पहचान के आधार पर वोट नहीं करते, बल्कि वे अपनी सुरक्षा, शिक्षा, रोज़गार और सामाजिक सम्मान जैसे मुद्दों को भी प्रमुखता से देखते हैं। यही वजह है कि वे उस राजनीतिक खेमे की तरफ़ झुकते हैं जो उनके हितों की रक्षा करने और उनके लिए एक सुरक्षित सामाजिक माहौल बनाने का दावा करता है।

बिहार चुनाव 2025 में मुस्लिम वोटों की दिशा यह तय करेगी कि सत्ता की कुर्सी पर कौन बैठेगा। सीमांचल से लेकर राजधानी पटना तक, यह वोट बैंक न सिर्फ़ गठबंधनों की किस्मत लिखेगा बल्कि यह भी तय करेगा कि बिहार की राजनीति में कौन-सा नेता भविष्य में सबसे बड़ा खिलाड़ी बनकर उभरेगा।

मुस्लिम समाज के लिए यह चुनाव केवल प्रतिनिधि चुनने का नहीं, बल्कि अपनी पहचान, सुरक्षा और भविष्य को सुरक्षित करने का भी सवाल है। यही कारण है कि इस बार भी मुस्लिम वोट ही बिहार के चुनावी रण में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले हैं।

 

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