Jewar Airport News: जेवर एयरपोर्ट पर पहला विमान ट्रायल सफल: अप्रैल 2025 से वाणिज्यिक उड़ानें शुरू करने की तैयारी
Jewar Airport News: नोएडा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) के पहले विमान ट्रायल की प्रक्रिया 9 दिसंबर से 15 दिसंबर तक जारी रहेगी। सोमवार को एयरपोर्ट पर पहला ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा हुआ। यह एयरपोर्ट देश के सबसे बड़े ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट प्रोजेक्ट्स में से एक है। एयरपोर्ट के पहले रनवे का निर्माण पूरा हो चुका है, जिसकी लंबाई 3900 मीटर और चौड़ाई 60 मीटर है। रनवे पर मार्किंग और लाइटिंग की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। यहां से अप्रैल 2025 से वाणिज्यिक उड़ानों के संचालन की उम्मीद की जा रही है।
पहला विमान सफलतापूर्वक रनवे पर उतरा
Jewar Airport News: सोमवार को इंडिगो एयरलाइंस का एक विमान नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे पर सफलतापूर्वक उतरा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एनआईएएल) के अधिकारियों ने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) का विमान भी सुबह 11 बजे के आसपास ट्रायल के लिए रनवे पर उतारा गया। इससे पहले विमान ने डेढ़ से दो घंटे तक एयरपोर्ट के आसपास उड़ान भरकर सुरक्षा उपकरणों और रनवे की स्थिति का निरीक्षण किया।
ट्रायल प्रक्रिया और आगे की योजना
Jewar Airport News: एयरपोर्ट पर ट्रायल प्रक्रिया 15 दिसंबर तक जारी रहेगी। इस दौरान विमान की लैंडिंग, टेक-ऑफ और रनवे की स्थिति से जुड़े विभिन्न मानकों का परीक्षण किया जाएगा। ट्रायल से एकत्रित डेटा को विश्लेषण के लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) को भेजा जाएगा। ट्रायल पूरा होने के बाद वाणिज्यिक उड़ानों की शुरुआत के लिए डीजीसीए में एयरोड्रम लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाएगा।
रनवे और सुरक्षा उपकरणों की स्थिति
Jewar Airport News: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहला रनवे पूरी तरह तैयार हो चुका है। इस रनवे पर मार्किंग और लाइटिंग का काम पूरा हो गया है। इसके अलावा इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस), कैट-I और कैट-III उपकरण भी स्थापित किए जा चुके हैं, जो कोहरे और खराब मौसम में विमानों की लैंडिंग को सुरक्षित बनाने में मदद करेंगे।
लैंडिंग से पहले रनवे को वाटर कैनन की सलामी
Jewar Airport News: विमान के ट्रायल लैंडिंग से पहले नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने रनवे पर सुरक्षा उपकरणों और अन्य सुविधाओं का निरीक्षण किया। ट्रायल लैंडिंग से पहले रनवे को वाटर कैनन से सलामी दी गई, जो विमानन क्षेत्र की एक विशेष परंपरा है। इसके बाद ट्रायल प्रक्रिया शुरू की गई।
दिल्ली से केवल 10 मिनट में पहुंचा विमान
एएआई के विमान ने दिल्ली से उड़ान भरने के केवल 10 मिनट बाद नोएडा एयरपोर्ट पर लैंड किया। इस दौरान विमान ने डेढ़ घंटे तक एयरपोर्ट के ऊपर उड़ान भरी और विभिन्न उपकरणों और रडार सिस्टम की स्थिति का परीक्षण किया। सभी सुरक्षा उपकरणों के सही पाए जाने के बाद विमान को रनवे पर सफलतापूर्वक उतारा गया।
डीजीसीए को भेजी जाएगी विस्तृत रिपोर्ट
एयरपोर्ट के नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि एयरपोर्ट पर किए गए सभी परीक्षणों की रिपोर्ट डीजीसीए को भेजी जाएगी। एयरपोर्ट पर आईएलएस की जांच पहले ही एएआई के विमान बीच किंग एयर-360 ईआर से 10 से 14 अक्टूबर के बीच की जा चुकी है। अब इस ट्रायल से मिले डेटा का उपयोग एयरपोर्ट के संचालन के लिए जरूरी लाइसेंसिंग प्रक्रिया में किया जाएगा।
एयरपोर्ट की तैयारियों में तेजी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड की ओर से बताया गया कि एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में तेजी लाई गई है। सभी महत्वपूर्ण सुविधाएं समय पर पूरी की जा रही हैं ताकि निर्धारित समय सीमा के भीतर वाणिज्यिक उड़ानों का संचालन शुरू किया जा सके। अप्रैल 2025 तक इस एयरपोर्ट से वाणिज्यिक उड़ानों की शुरुआत की उम्मीद की जा रही है, जिससे नोएडा और आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों की बेहतर सुविधा मिलेगी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का यह सफल ट्रायल देश के सबसे बड़े और अत्याधुनिक एयरपोर्ट प्रोजेक्ट की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके शुरू होने से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की विमानन सेवाओं को एक नई दिशा मिलेगी।












